सितम्बर के महीने मे ज्योतिषीय ग्रह परिवर्तन की भरमार है
1 सितम्बर को शुक्र कर्क राशि मे आएंगे,
2 सितम्बर को बुध अपनी उच्च राशि कन्या मे प्रवेश करेंगे जहाँ वो अस्त स्थिति मे ही होंगे।
10 तारीख को मेष राशि मे स्थित मंगल वक्री हो जायेंगे,
13 तारीख को गुरु मार्गी होंगे।
16 या 17 सितम्बर को सूर्य कन्या राशि मे प्रवेश करेंगे जहाँ बुध पहले से विराजमान होंगे।
23 तारीख को राहु केतु का राशि परिवर्तन होगा।
29 सितम्बर को शनि भी मार्गी हो जायेंगे।
अतः सितम्बर का महीना काफ़ी उलट फेर से भरा नजर आ रहा है कुछ खट्टे तो कुछ मीठे अनुभव लगभग हर जातक की जिंदगी मे लेकर आ रहा है सितम्बर का महीना। लेकिन यदि सितम्बर के अंत मे देखे तो सिर्फ 2 ग्रह को छोड़कर लगभग सब ग्रह अच्छी स्थिति मे होंगे अतः यह कह सकते है की आप अच्छे परिणामो की उम्मीद कर सकते है सितम्बर के बाद।
10 तारीख को मंगल वक्री होकर पुनः मीन राशि की ऒर गति करने लगेंगे
उधर 1 से 17 तक जब तक सूर्य सिंह राशि मे है शुक्र पाप कर्तरी योग मे फंसे रहेंगे यानि आर्थिक मामलो मे आजादी और प्रेम सम्बन्धी मामलो मे आप 17 सितम्बर के बाद मुक्त महसूस करेंगे।
गुरु मार्गी होंगे और केतु से दूर गति करने लगेंगे यह कोरोना के मामलो मे कमी का संकेत दे सकता है
फिर 23 को केतु धनु राशि से वृश्चिक मे चले जायेंगे। अतः नई ऊर्जा का संचार होगा। रुके हुए मांगलिक और धार्मिक कार्य पुनः होने लगेंगे। शनि के मार्गी होने का बहुत ज्यादा फल सितम्बर मे नही मिलेगा
क्योंकि वो मार्गी 29 सितम्बर को हो रहे है लेकिन अगले महीने मे इसके सकारात्मक परिणाम संभव है।
कुल मिलाकर मैं सिर्फ यह कहना चाहता हु काफ़ी समय कष्टमय जीवन काट लिया अब सितम्बर का महीना बचा है इसे धैर्य और संयम के साथ काट ले इस उम्मीद के साथ की अगला महीना हमारे लिए शुभाशुभ फलदायी सिद्ध होगा।
आर्थिक और व्यापारिक मामलो मे काफ़ी आजादी मिलेगी।
यातायात पुनः पहले की स्थिति मे बहाल हो सकता है।
सामाजिक स्थिति ठीकठाक रहेगी
सरकार के खिलाफ पुनः विपक्षी लामबंध होंगे और सरकार को हर मामले मे घेरने का प्रयास करेंगे।
कलाकार और फ़िल्म जगत को सितम्बर के महीने मे काफ़ी नुकसान उठाना होगा कुछ कलाकार दुनिया भी छोड़ सकते है।
मंगल का वक्री होना थोड़ा हिंसा मे वृद्धि और पुनः युद्ध जैसी परिस्थिति का उत्पन्न होना दिखा रहा है।
राहु केतु का राशि परिवर्तन कोरोना वैक्सीन मामले मे शुभ परिणाम दे सकता है क्योंकि पहले भी इस तरह के गोचर काल मे खसरा की वैक्सीन ईजाद हुयी थी
साथ ही साथ पेनस्लिन की खोज भी राहु के वृष राशि मे गोचर के दौरान ही हुयी थी अतः आप वैक्सीन की उम्मीद कर सकते है।
लेकिन कुल मिलाकर मैं आप लोगो से कहना चाहता हु "सकारात्मक विचारों का सॄजन करें और यह मानकर चले की सब ठीक होगा"।
No comments:
Post a Comment