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06 September 2020

गोमती चक्र प्रयोग विशेष


गोमती चक्र.....


गोमती चक्र कम कीमत वाला एक ऐसा पत्थर है जो गोमती नदी मे मिलता है। विभिन्न तांत्रिक कार्यो तथा असाध्य रोगों में इसका प्रयोग होता है। असाध्य रोगों को दुर करने तथा मानसिक शान्ति प्राप्त करने के लिये लगभग ११ गोमती चक्र लेकर रात को पानी में डाल देना चाहिऐ। सुबह उस पानी को पी जाना चाहिऐ । इससे पेट संबंध के विभिन्न रोग दुर होते है।

धन लाभ के लिऐ ११ गोमती चक्र अपने पुजा स्थान मे रखना चाहिऐ उनके सामने ॐ श्री नमः का जाप करना चाहिऐ। इससे आप जो भी कार्य करेंगे उसमे आपका मन लगेगा और सफलता प्राप्त होगी। किसी भी कार्य को उत्साह के साथ करने की प्रेरणा मिलेगी।


गोमती चक्रों को यदि चांदी अथवा किसी अन्य धातु की डिब्बी में सिंदुर तथा अक्षत डालकर रखें तो ये शीघ्र फलदायक होते है। होली, दीवाली, तथा नवरात्रों आदि पर गोमती चक्रों की विशेष पुजा की जाति है। अन्य विभिन्न मुहुर्तों के अवसर पर भी इनकी पुजा लाभदायक मानी जाती है। सर्वसिद्धि योग तथा रावेपुष्य योग आदि के समय पुजा करने पर ये बहुत फलदायक है।


कब करें गोमती चक्र की पूजा :::::::
होली, दिवाली और नव रात्रों आदिपर गोमती चक्र की विशेष पूजा होती है। सर्वसिद्धि योग, अमृत योग और रविपुष्य योग आदि विभिन्न मुहूर्तों पर गोमती चक्र की पूजा बहुत फलदायक होती है। धन लाभ के लिए ११ गोमती चक्र अपने पूजा स्थान में रखें तथा उनके सामने ॐ श्रींनमः का जाप करें।

ऊपरी बाधाओं से मुक्ति के लिये गोमती चक्र प्रयोग:::

गोमती चक्र कम कीमत वाला एक ऐसा पत्थर है जो गोमती नदी में मिलता है। विभिन्न तांत्रिक कार्यों तथा असाध्य रोगों में इसका प्रयोग होता है। इसका तांत्रिक उपयोग बहुत ही सरल होता है। किसी भी प्रकार की समस्या के निदान के लिए यह बहुत ही कारगर उपाय है।

१=यदि घर में भूत-प्रेतों का उपद्रव हो तो दो गोमती चक्र लेकर घर के मुखिया के ऊपर घुमाकर आग में डाल दें तो घर से भूत-प्रेत का उपद्रव समाप्त हो जाता है।

२= यदि घर में बीमारी हो या किसी का रोग शांत नहीं हो रहा हो तो एक गोमती चक्र लेकर उसे चांदी में पिरोकर रोगी के पलंग के पाये पर बांध दें। उसी दिन से रोगी को आराम मिलने लगता है।

३=प्रमोशन नहीं हो रहा हो तो एक गोमती चक्र लेकर शिव मंदिर में शिवलिंग पर चढ़ा दें और सच्चे ह्रदय से प्रार्थना करें। निश्चय ही प्रमोशन के रास्ते खुल जाएंगे।

४= व्यापार वृद्धि के लिए दो गोमती चक्र लेकर उसे बांधकर ऊपर चौखट पर लटका दें और ग्राहक उसके नीचे से निकले तो निश्चय ही व्यापार में वृद्धि होती है।

५=यदि इस गोमती चक्र को लाल सिंदूर के डिब्बी में घर में रखें तो घर में सुख-शांति बनी रहती है।


प्रमोशन के लिए टोटका:::
प्रमोशन के लिए प्रत्येक सोमवार को शिवजी पर एक गोमती चक्र चढाये।



व्यापार बढ़ाने के लिए कुछ टोटक:::::::
गोमती चक्र लक्ष्मी का स्वरुप है। ११ गोमती चक्र एक लाल पोटली में बाँध कर दूकान में रखने से व्यापार अच्छा चलेगा।



बीमारी में गोमती चक्र::::
यदि बीमार व्यक्ति ठीक नही हो पा रहा हो अथवा दवाइया नही लग रही हो तो उसके सिरहाने पाँच गोमती चक्र “ॐ जूं सः” मंत्र से अभिमंत्रित करके रखे , रोगी को शीघ्र ही स्वाथ्य लाभ होगा।


गोमती चक् के कुछ और उपाय::::::::


१- यदि इस गोमती चक्र को लाल सिन्दूर की डिब्बी में घर में रखे, तो घर
में सुख-शान्ति बनी रहती है ।

२- यदि घर में भूत-प्रेतों का उपद्रव हो, तो दो गोमती चक्र लेकर घर के
मुखिया के ऊपर से घुमाकर आग में डाल दे, तो घर से भूत-प्रेत
का उपद्रव समाप्त हो जाता है ।

३- यदि घर में बिमारी हो या किसी का रोग शान्त नहीं हो रहा हो तो एक
गोमती चक्र लेकर उसे चाँदी में पिरोकर रोगी के पलंग के पाये पर बाँध दें,
तो उसी दिन से रोगी का रोग समाप्त होने लगता है ।

४-व्यापार वृद्धि के लिए दो गोमती चक्र लेकर उसे बाँधकर ऊपर चौखट
पर लटका दें, और ग्राहक उसके नीचे से निकले, तो निश्चय ही व्यापार
में वृद्धि होती है ।

५- प्रमोशन नहीं हो रहा हो, तो एक गोमती चक्र लेकर शिव मन्दिर में
शिवलिंग पर चढ़ा दें, और सच्चे मन से प्रार्थना करें । निश्चय
ही प्रमोशन के रास्ते खुल जायेंगे ।

६-पति-पत्नी में मतभेद हो तो तीन गोमती चक्र लेकर घर के दक्षिण में
“हलूं बलजाद” कहकर फेंक दें, मतभेद समाप्त हो जायेगा ।

७-पुत्र प्राप्ति के लिए पाँच गोमती चक्र लेकर किसी नदी या तालाब में
“हिलि हिलि मिलि मिलि चिलि चिलि हुं ” पाँच बार बोलकर विसर्जित करें


८- यदि बार-बार गर्भ नष्ट हो रहा हो, तो दो गोमती चक्र लाल कपड़े में
बाँधकर कमर में बाँध दें ।

९-यदि शत्रु अधिक हो तथा परेशान कर रहे हो, तो तीन गोमती चक्र
लेकर उन पर शत्रु का नाम लिखकर जमीन में गाड़ दें ।

१०-कोर्ट-कचहरी में सफलता पाने के लिये, कचहरी जाते समय घर के
बाहर गोमती चक्र रखकर उस पर अपना दाहिना पैर रखकर जावें ।

११-भाग्योदय के लिए तीन गोमती चक्र का चूर्ण बनाकर घर के बाहर
छिड़क दें ।

१२-राज्य-सम्मान-प्राप्ति के लिये दो गोमती चक्र किसी ब्राह्मण
को दान में दें ।

१३-तांत्रिक प्रभाव की निवृत्ति के लिये बुधवार को चार गोमती चक्र
अपने सिर के ऊपर से उबार कर चारों दिशाओं में फेंक दें ।
१४-चाँदी में जड़वाकर बच्चे के गले में पहना देने से बच्चे को नजर
नहीं लगती तथा बच्चा स्वस्थ बना रहता है ।

१५-दीपावली के दिन पाँच गोमती चक्र पूजा-घर में स्थापित कर नित्य
उनका पूजन करने से निरन्तर उन्नति होती रहती है ।
१६- रोग-शमन तथा स्वास्थ्य-प्राप्ति हेतु सात गोमती चक्र अपने
ऊपर से उतार कर किसी ब्राह्मण या फकीर को दें।

१७-- ११ गोमती चक्रों को लाल पोटली में बाँधकर तिजोरी में अथवा किसी सुरक्षित स्थान पर सख दें, तो व्यापार उन्नति करता जायेगा।

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