चन्द्र को माता और मन का कारक माना गया ह | कुंडली में सारे ग्रह खराब हो पर चन्द्र अच्छा तो जातक जीवन आसानी से व्यतित कर लेता ह उसको किसी प्रकार की समस्या नहीं होती अगर होती भी तो जातक मानसिक रूप से इतना मजबूत होता वो सभी समस्याओ को आसानी से झेल लेता क्योकि मन बहुत अच्छा है।
चन्द्र अताम्ह्त्य तक का भी विचार देता है, तीसरे और अस्थम में शनि के साथ हो तो इन्सान एक बार जरुर प्रयास करता है।
शनि चंद्र युति हो तो दूध से बनी चाय पीना तत्काल त्याग दें अतः पानी में गुड़/शहद डाल कर गुनगुना पानी पीना शुरु करें लाभान्वित होंगे।
कुंडली में अगर राहु और चन्द्र का संबंध हो जाये या चन्द्र राहु के नक्षत्र में हो तो जातक किसी न किसी तरह का नशा जरूर करेगा ।।
Rahu👹 aspects & activation years.
Rahu activates the house where it is sitting in 37, 42, 68 years.
💫In 34th year Acivates where sitting as well as the house 7th from it.
💫Activates 6th house from where sitting in the 38th year.
💫Activates 5th aspect in 22nd year.
💫Activates it's 9th aspect in 33, 37,66,74 years.
💫Rahu's effect is more prominent when a person is passing through Rahu Dasha/Antardasha during the above mentioned years.
Rahu 👹 in Sagittarius makes the native extremely lucky in profession as well as in material life. This Position of Rahu is called "Kodan Rahu" & it gives the Venusian effect (Laxmi ).
The Sagittarius sign should be in 3/6/10/11 and Jupiter & Venus should be well placed.
Saturn + Moon Conjunction
चंद्र मन है और शनि वैराग्य है इसे विष योग कहते हैं पर ईश्वर प्राप्ति में यह अमृत योग है |
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